विषयः- समस्त परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कंपोजिट एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में रिमीडियल शिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाने के संबंध में।

महोदय / महोदया,

अवगत कराना है कि “राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020” में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर रचनात्मक एवं अनुकूलित मूल्यांकन की प्रभावी प्रणाली के माध्यम से प्रत्येक छात्र-छात्रा के अधिगम स्तर की सतत् निगरानी पर बल दिया गया है। राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर किये जाने वाले विभिन्न सर्वेक्षणों / अध्ययनों यथा-NAS, ASER आदि के परिणामों के अनुसार विभिन्न कारणों से छात्र-छात्राओं में कक्षानुरूप अपेक्षित अधिगम स्तर के सापेक्ष लर्निंग गैप देखा जाता है। इस लर्निंग गैप के कारण छात्र-छात्राओं के लिए आगामी कक्षा में पाठ्यक्रम के साथ सामंजस्य बनाये रखना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। ऐसी स्थिति में इन छात्र-छात्राओं की विद्यालय में उपस्थिति भी प्रभावित होती है।

2-छात्र-छात्राओं को कक्षावार एवं विषयवार निर्धारित दक्षताओं की प्राप्ति हेतु यह आवश्यक है कि शिक्षण कार्य एवं विभिन्न अकादमिक गतिविधियों का योजनाबद्ध ढंग से प्रभावी क्रियान्वयन किया जाये। उक्त के दृष्टिगत आगामी शैक्षिक सत्र 2025-26 के सत्रारम्भ में समस्त परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कंपोजिट एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के कक्षा 2-8 के छात्र-छात्राओं के लर्निंग गैप को कम करने के लिये रिमीडियल कक्षा-शिक्षण प्रारम्भ किये जाने का निर्णय लिया गया है।

3-एन०सी०ई०आर०टी० द्वारा विकसित कक्षा-1 के छात्र-छात्राओं के लिए 03 माह के खेल-आधारित ‘स्कूल तैयारी मॉड्यूल (विद्याप्रवेश) के आलोक में राज्य की स्थानीय आवश्यकताओं के दृष्टिगत एस०सी०ई०आर०टी० द्वारा स्कूल तैयारी मॉड्यूल का विकास किया गया है। यह मॉड्यूल गतिविधि एवं खेल के माध्यम से अधिगम लक्ष्यों को प्राप्त कराने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। माह अप्रैल, 2025 से 12 सप्ताह का स्कूल तैयारी मॉड्यूल (विद्या प्रवेश) के आधार पर कक्षा-1 में नवप्रवेशित बच्चों का शिक्षण कार्य किया जायेगा।

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समस्त परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कंपोजिट एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में प्रभावी रिमीडियल शिक्षण गतिविधियों के संचालन हेतु निम्नवत् निर्देशित किया जाता है :-

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