समस्त डायट प्राचार्य , BSA , BEO , मेंटर्स एवं शिक्षकगण कृपया ध्यान दें-
बच्चों के पठन-पाठन में नियमित उपस्थिति के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए समस्त हितधारकों का यह कर्तव्य है कि प्रत्येक बच्चे की उपस्थिति का सतत अनुश्रवण एवं अभिभावकों से निरंतर सम्पर्क किया जाय , उपस्थिति बढ़ाने के लिये बहु-आयामी रणनीति अपनायी जाये , जिससे कि उनका शैक्षिक उपलब्धि स्तर भी बढ़ाया जा सके । तत्क्रम में विद्यालय में बच्चों की वर्तमान औसत उपस्थिति में न्यूनतम 10% की वृद्धि हेतु विशेष अभियान संचालित किए जाने के संबंध में दिशानिर्देश संलग्न कर प्रेषित किये जा रहे हैं , जिसके मुख्य बिन्दु निम्नवत हैं –
1️⃣ बच्चों की कम उपस्थिति के मूल कारणों का विश्लेषण करना।
2️⃣ शिक्षक एवं बच्चों के मध्य आत्मीय संबंध विकसित करना।
3️⃣ निरीक्षण एवं अनुश्रवण के माध्यम से उपस्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाना ।
4️⃣ आउटरीच प्रोग्राम के अंतर्गत अभिभावकों / ग्राम पंचायत के साथ बैठक , होम विजिट एवम शिक्षा चौपाल का आयोजन करना।
अतः संलग्न दिशानिर्देश एवम सुझावात्मक बिंदुओं के अनुसार विद्यालयों में छात्र उपस्थिति बढ़ाने हेतु विशेष अभियान संचालित करना सुनिश्चित करें।
आज्ञा से,
महानिदेशक
स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश